हिंदी विभाग एक दृष्टि में:
स्थापना वर्ष: 13 जुलाई 1957
स्नातक कोर्स प्रारंभ: 1957
स्नातकोत्तर कोर्स प्रारंभ: 1966
हमारे गौरव:
प्रतिष्ठित साहित्यकार, डॉ. मेघनाथ कन्नौजे महाविद्यालय केहिंदी के प्रथम प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष रहे। सन् 1957 से 1968 तकविभागाध्यक्ष का दायित्व वहन किया एवं इस महाविद्यालय के दबंग प्राचार्य के रूपमे प्रख्यात रहे। पश्चात महाविद्यालय केप्राचार्य के रूप में कार्य किया।
अंतर्राष्ट्रीयख्यातिप्राप्त प्रगतिशील, साहित्यकारगजानन माधव मुक्तिबोध सन् 1958 से 1964 तक हिंदी विभागमें प्राध्यापक के रूप में अपनी सेवाएं देकर महाविद्यालय एवं विभाग को गौरवान्वितकिया।
हिंदी साहित्य के द्विवेदी युगीनख्यातिलब्ध साहित्यकार एवं हिंदी की प्रतिष्ठित पत्रिका सरस्वती के संपादक डॉ.पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी सन् 1959 से 1971 तक, विभागमें अध्यापन कार्य किया।
हमारे आधार स्तंभः
1. गजाननमाधव मुक्तिबोध (सन् 1958 -1964तक)
2. डॉ.पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी (सन् 1959 -1971तक)
विभाग के प्रारंभ से अद्यतन विभागाध्यक्षों की सूची -
1. डॉ.मेघनाथ कन्नौजे - सन् 1957 से 1968 तक
2. डॉ.गणेश खरे - सन् 1968 से 1973 तक
3. डॉ.गीता पाठक - सन् 1973 से 1997 तक
4. डॉ.नरेश कुमार वर्मा - सन् 1997 से 2006 तक
5. डॉ.सुधा सोनी - सन् 2006 से 2014 तक
6. श्रीमतीचंद्रज्योति श्रीवास्तव - सन् 2014 से 2016 तक
7. डॉ.शंकर मुनि राय - सन् 2016 से 2023 तक
8. डॉ. बी.एन. जागृत - 02.08.2023 से...............
विभाग द्वारा आयोजित सेमिनार एवं कार्यशाला:
क्रमांक |
कार्यशाला/सेमिनार का विषय |
आयोजन तिथि
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कार्यशाला/सेमिनार
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1 |
लोक साहित्य की भारतीय अवधारणा और नारी |
3-4 फरवरी 2012 |
सेमिनार
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2. |
अनुसंधान प्रविधिः स्वरूप एवं प्रक्रिया |
28 फरवरी 2015 |
कार्यशाला |
3. |
चुटकुले का वैश्विक इतिहास सैद्धांतिकी एवं प्रासंगिकता |
5-6 फरवरी 2016 |
सेमिनार
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4. |
कार्यालयीन स्वरूप और विशेषताएं |
06 अक्टूबर 2017 |
कार्यशाला |
5. |
ई-प्रमाण पत्र परीक्षा |
26मई -04 जून 2020 |
ई-प्रमाणपत्र परीक्षा
|
6. |
कोरोना काल की कविताई (एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबीनार) |
08 अगस्त 2020 |
वेबीनार
|
7. |
प्रेमचंद का साहित्य और भारतीय गांव |
31 जुलाई 2021 |
वेबीनार |
8. |
मुक्तिबोध का साहित्य: युगबोध एवं प्रवृत्तियां |
12-13 नवंबर 2022 |
सेमिनार
|
विभाग में स्वीकृत एवं कार्यरत पद:
प्राध्यापक - 01
सहायक प्राध्यापक - 06
कार्यरत -
1. प्राध्यापक- रिक्त
2. सहायकप्राध्यापक -1. डॉ. श्रीमती बी. एन. जागृत ( विभागाध्यक्ष )
3. प्रवीण कुमार साहू
अतिथिव्याख्याता:
1. डॉ.नीलम तिवारी
2. डॉ.गायत्री साहू
3. कौशिकलाल बिशी
4. रितुयादव
वर्तमान सत्र में स्नातकोत्तर पूर्वार्द्ध एवं उत्तरार्द्ध में 109विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। सत्र 2023-24 से स्नातकोत्तर की सीटों की वृद्धिकरते हुए 70 की गई है। पूर्व में 50सीटें थी।
अनुसंधान केंद्र का प्रारंभ- मार्च 2004
पी.एच.डी. अवार्ड की संख्या - 05
शोधरत शोधार्थियों की संख्या- 16
एस.आर.एफ. - 01
जे.आर.एफ. -01
वैल्यू एडेड पाठ्यक्रम- त्रैमासिक प्रशिक्षणपाठ्यक्रम हिंदी वर्तनी की समस्या एवं कार्यालयीन हिंदी (2018-19)
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