शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. के. एल. टांडेकर के मार्गदर्शन एवं निर्देशन में वनस्पति शास्त्र विभाग द्वारा एक दिवसीय विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस व्याख्यान में विषय विशेषज्ञ के रूप में नागपुर के डीआरबी सिंधु महाविद्यालय के डॉक्टर राजकुमार खापेकर उपस्थित रहे। कार्यक्रम का प्रारंभ विषय विशेषज्ञ डॉ. खापेकर एवं प्राचार्य डॉ. के. एल. टांडेकर को वनस्पति शास्त्र के विभागाध्यक्ष डॉ. अनीता महेश्वर द्वारा सेंपलिंग दे कर स्वागत किया गया। पृथ्वी दिवस पर्यावरण जागरूकता एवं संरक्षण पर केंद्रीत व्याख्यान में डॉक्टर खापेकर ने कहा कि हमें वैश्विक स्तर पर सोच कर सतत विकास को ध्यान में रखते हुए स्थानीय स्तर पर कार्य करने चाहिए। उन्होंने अपने व्याख्यान में जैव-विविधता, विश्व के हॉटस्पॉट, जैव-विविधता के घटक एवं उसके थ्रेट, लीनियर तथा सर्कुलर इकोनामी, जलवायु परिवर्तन, ग्लोबल वार्मिंग के प्रमुख घटक एवं उनके प्रभाव, ग्रीनहाउस गैस के प्रभाव, जैव-विविधता के आर्थिक एवं पर्यावरण महत्व, वाटर रिजर्वायर की आवश्यकता एवं उसके संरक्षण, पर्यावरण के महत्व सहित संरक्षण के लिए किए गए उपाय जैसे फाइटोरेमेडिएशन, फाइटोरिड टेक्नोलॉजी, आर्टिफिशियल फ्लोटिंग आईलैंड, इको-रीस्टोरेशन, वेस्ट लेन्ड मैनेजमेंट सिस्टम, अर्बन फॉरेस्ट्री, ग्रीन बेल्ट डेवलपमेंट जैसे महत्वपूर्ण विषयों के बारे विस्तार से बताया। इस अवसर पर वनस्पति शास्त्र विभाग के समस्त प्राध्यापकगण एवं कार्यक्रम के संचालक डॉ त्रिलोक कुमार, डॉ सोनल मिश्रा, डॉ केशव आडिल सहित एम.एस.सी. पूर्व एवं अंतिम के विद्यार्थीगण उपस्थित रहे एवं व्याख्यान का लाभ लिया।