डॉ. पदुमलालपुन्नालाल बख़्शी की 131वीं जयंतीमनाई गई

27 May 2025

राजनांदगांव: शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय मेंद्विवेदी युगीन साहित्यकार डॉ. पदुमलालपुन्नालाल बख़्शी की 131वीं जयंती मनाई गई. इस अवसर पर उनके व्यक्तित्वएवं कृतित्व पर वक्ताओं ने अपने विचार रखे। 

 महाविद्यालयके हिंदी विभाग द्वारा आयोजित इस आयोजन में राजनांदगांव सहित आसपास के साहित्यकार, कवि और समाज सेवियों ने बख़्शी जी के साहित्यिक जीवन का उल्लेख कर उन्हेंयाद किया। इस अवसर पर 'सबेरा संकेत ' के संपादकश्री सुशील कोठरी को बख़्शी सम्मान से सम्मानित करने की भी घोषणा की गई।

प्रभारी प्राचार्य डॉ अमिता बख़्शी कीअध्यक्षता और नगर के वरिष्ठ नागरिक डॉ डीसी जैन के मुख्य आतिथ्य में आयोजित इसगोष्ठी में डॉ बी एन जागृतडॉ ओंकार लाल श्रीवास्तव, डॉ मनीषा सोनी, डॉ प्रवीण कुमार साहू, अमलेन्दु हाजरा, पद्मलोचन शर्मा, अखिलेश तिवारी, आत्माराम कोशा, डॉ नीलम तिवारी और हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ शंकरमुनि राय ने अपने विचार रखे।

 

डॉ बी एन जागृत ने अपने संबोधन में कहा किबख़्शी जी को याद करते हुए हमें यह याद रखना चाहिए कि साहित्यिक रचना में स्वस्थसामाजिक विचार का होना जरूरी है। डॉ ओंकार लाल श्रीवास्तव ने कहा कि बख़्शी जी कासाहित्य छत्तीसगढ़ी माटी का साहित्य है। डॉ मनीषा सोनी ने बख़्शी जी केबाल-साहित्य को उजागर करते हुए उसे पाठ्यक्रम में शामिल करने की सलाह दी. अखिलेशतिवारी ने उनसे जुड़े संस्मरणों को पाठ्य विषय बनाने का प्रस्ताव रखा. 

छत्तीसगढ़ी साहित्य सृजन के अध्यक्ष आत्मारामकोशा और अमलेन्दु हाजरा ने बख़्शी जी को छत्तीसगढ़ी संस्कृति के रचनाकार के रूपमें उन्हें याद किया।नगर के व्यंग्य कवि पद्मलोचन शर्मा ने बख़्शी जी केपत्रकारिता से जुड़े विशेष अवदान का उल्लेख किया.

 

बख़्शी सम्मान की घोषणा: गोष्ठी के संयोजक डॉशंकर मुनि राय ने गोष्ठी के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि डॉ पदुमलालपुन्नालाल बख़्शी की स्मृति में हिंदी विभाग द्वारा प्रदान किया जाने वाला 'बख्शी पत्रकारिता सम्मान' इस साल नगर केवरिष्ठ पत्रकार श्री सुशील कोठरी को देने का निर्णय लिया गया है। यह सम्मान उन्हेंअगले सत्र में महाविद्यालय के एक आयोजन में प्रदान किया जाएगा। 

 

संगोष्ठी के दूसरे चरण में साकेत साहित्य परिषदके अध्यक्ष श्री ओमप्रकाश 'अंकुर' , छत्तीसगढ़ीगजलकार राजकुमार चौधरी 'रौना', रोशन लाल साहू, थानेश्वर साहू और आनंद राम शार्वा आदि कवियों ने समकालीन विषय पर काव्यपाठकिया। कार्यक्रम का संचालन डॉ प्रवीण कुमार साहू ने किया।