शास. दिग्विजय महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. के. एल. टांडेकर के निर्देशन में एवं गणित विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. शबनम खान के मार्गदर्शन में गणित विभाग द्वारा छत्तीसगढ़ कौंसिल ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, रायपुर और नेशनल कौंसिल ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी कम्युनिकेशन्स, डीएसटी, भारत सरकार, न्यू दिल्ली द्वारा प्रायोजित राष्ट्रीय गणित दिवस 2022 का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. विनोद कुमार पाठक, उपसंचालक, उच्च शिक्षा विभाग, छत्तीसगढ़ और डॉ. राकेश तिवारी, सहायक प्राध्यापक, शास. वी. वाय. टी. स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय, दुर्ग से उपस्थित हुये।
कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए कार्यक्रम के संयोजक डॉ. के. के. देवांगन ने कार्यक्रम की रूपरेखा से सभी को परिचित करवाया तथा इसके पश्चात् विभागाध्यक्ष डॉ. शबनम खान ने अपने उद्बोधन में कहा कि महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन की जयंती पर राष्ट्रीय गणित दिवस मनाया जाता हैद्य महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. के. टांडेकर ने अपने उद्बोधन में कहा कि राष्ट्रीय गणित दिवस मनाये जाने के कारण हम और हमारी पीढियां श्रीनिवास रामानुजन को याद रखे एवं उनकी पदचिन्हों पर चलने का प्रयास करे। राष्ट्रीय गणित दिवस के अवसर पर विभिन्न प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें पोस्टर प्रतियोगिता में प्रथम स्थान कु. गीतांजली भुवार्य, द्वितीय स्थान तमन्ना खोब्रागढे तथा तृतीय स्थान कु. गीतांजली यादव और सूर्यकांत ने प्राप्त किये। निबंध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पायल सिन्हा, द्वितीय स्थान विनय एवं तृतीय स्थान यूसमा साहू ने प्राप्त किया। क्विज प्रतियोगिता में प्रथम स्थान मृदुल मानिकपुरी, द्वितीय स्थान संजय मेश्राम ने प्राप्त किया वहीं सेमीनार प्रतियोगिता में प्रथम स्थान संजय मेश्राम तथा द्वितीय स्थान प्रगति साहू ने प्राप्त किया।
इसके पश्चात् डॉ. विनोद कुमार पाठक जी ने श्रीनिवास रामानुजन के जीवने से परिचित करवाया तथा विद्यार्थियों को श्रीनिवास रामानुजन का अनुसरण करने की सलाह दी। डॉ. राकेश तिवारी जी ने श्रीनिवास रामानुजन के थ्योरम के अनुप्रयोगों के विद्यार्थियों को रूबरू करवाया।
राष्ट्रीय गणित दिवस के अवसर पर विभिन्न प्रतियोगितायों के विजेताओं को पुरुस्कृत किया गया। कर्यक्रम का मंच सञ्चालन श्रीमती कविता साकुरे द्वारा किया गया तथा आभार व्यक्त डॉ. हेमंत साव के द्वारा किया गया ।
इस व्याख्यान श्री रवि साहू तथा एम.एस.सी. पूर्व, एम.एस.सी. पूर्व अंतिम, बी. एस. सी. गणित के विद्यार्थी उपस्थित थे।