शासकीय दिग्विजय स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय राजनांदगाँव के प्राचार्य डांॅ. के.एल. टांडेकर के मार्गदर्शन व संरक्षण एवं भौतिक शास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डां. पी. बी. टांक के नेतृत्व में भौतिक शास्त्र विभाग के स्नातकोत्तर के विद्यार्थियों के द्वारा MSMEटेक्नोलॉजी सेंटर दुर्ग का भ्रमण किया गया साथ ही विद्यार्थियों ने वहां एक दिवसीय ट्रेनिंग का लाभ लिया जिसमे उन्हे MSME के क्षेत्र मे रोजगार के आपर संभावना पर व्याख्यान दिया गया और बताया गया कि एमएसएमई व्यावसायिक नवाचारों के माध्यम से उद्यमशीलता के प्रयासों के विस्तार में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं एमएसएमई घरेलू और साथ ही वैश्विक बाजारों की मांगों को पूरा करने के लिए विभिन्न प्रकार के उत्पादों और सेवाओं का उत्पादन करते हुए अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में अपने डोमेन का विस्तार कर रहे हैं भारत में एमएसएमई कृषि के बाद दूसरा ऐसा क्षेत्र है जो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था उत्पादित कर रही है भारत में एमएसएमई बड़े उद्योगों की तुलना में तुलनात्मक रूप से कम पूंजी लागत पर बढ़े रोजगार के अवसर प्रदान करने के साथ-साथ ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों मे औद्योगीकरण के माध्यम से क्षेत्रीय असंतुलन को कम करके राष्ट्रीय आय और धन के अधिक समान वितरण का आश्वासन देकर महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं तत्पश्चात विद्यार्थियों के द्वारा लैब का भ्रमण किया गया जहां पर उन्होंने एमएसएमई में उपयोग होने वाले विभिन्न टेक्नोलॉजी को देखा और सीखा । इस औद्योगिक भ्रमण में भौतिक शास्त्र विभाग विभागाध्यक्ष डॉ. पी.बी. टॉक में सहायक प्राध्यापक लेखा प्रसाद उर्वशा एवं भौतिक शास्त्र विभाग के स्नातकोत्तर के 26 विद्यार्थियों शामिल थे । भौतिक शास्त्र विभाग के विद्यार्थियों ने इस औद्योगिक भ्रमण को अत्यंत लाभप्रद बताया।