शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय परिवार द्वारा महंत राजा दिग्विजय दास की जयंती मनाई गई। आज ही के दिन महंत राजा दिग्विजय दास का जन्म हुआ था। प्रारंभ में महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. के.एल. टांडेकर तथा महाविद्यालय परिवार के सदस्यों द्वारा राजा जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। तत्पश्चात् इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ. शैलेन्द्र सिंह ने राजा जी के जीवन पर प्रकाश डाला तथा उनके द्वारा उच्च शिक्षा के क्षेत्रों में महाविद्यालय के निर्माण को एक ऐतिहासिक कदम बताया। महंत दिग्विजय दास जी ने स्वयं लंदन से कृषि की डिग्री ली थी। महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. के.एल. टांडेकर ने कहा कि उच्च शिक्षा हेतु जो स्वप्न महंत दिग्विजय दास जी ने देखा था हमारा कर्तव्य है कि उनके स्वप्नों को पूरा करने का कार्य हमें करना होगा। दिग्विजय दास जी ने केवल अपना किला दान दिया था, अपितु अपने लाइबे्ररी की पुस्तके तथा 65000 हजार रुपये की राशि भी महाविद्यालय के विकास हेतु प्रदान किया था। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में हमेशा दिग्विजय दास जी के योगदान को याद किया जाएगा। इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक/कर्मचारी तथा छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।