समाजशास्त्र विभाग में प्राचार्य डॉ. के. एल .टांडेकर के मार्गदर्शन में अंतर विषयक व्याख्यान का आयोजन किया गया. इस व्याख्यान के अंतर्गत हिंदी विभाग की प्रोफेसर डॉ नीलम तिवारी के द्वारा ‘ वक्तृत्व शैली ‘ विषय पर व्याख्यान दिया गया . प्रोफेसर नीलम तिवारी के द्वारा यह बताया गया की विषय की संपूर्ण जानकारी होनी चाहिए. साथ ही प्रस्तुत करने की शैली रोचक व सहज होनी चाहिए. वक्ता को भाषा का पूर्ण ज्ञान होना चाहिए. भाषा भी सहज व सरल होनी चाहिए .मुहावरे ,लोकोक्ति ,कविता दोहे आदि के माध्यम से भी वक्ता अपने वक्तृत्व को ज्यादा प्रभावी बना सकता है. प्रोफेसर तिवारी द्वारा विषय को बहुत ही रोचक व सहज ढंग से विद्यार्थियों के समक्ष प्रस्तुत किया गया. कार्यक्रम का संचालन विभागाध्यक्ष डॉ ए.के .मंडावी द्वारा किया गया .धन्यवाद ज्ञापन श्रीमती ललिता साहू द्वारा किया गया. समाज कार्य विभाग के प्रोफेसर श्री शोभित साहू एवं श्री सुनील मिश्रा उपस्थित रहे.