नौकरी लेने वाले नहीं देने वाले बनें – डॉ. श्रीधर
प्रदेश के सबसे बड़े महाविद्यालय सच की दिग्विजय कॉलेज में प्राचार्य डॉक्टर केएल दांडेकर के नेतृत्व में तथा मार्गदर्शन में आई क्यू ए सी द्वारा नैक के 7 क्राइटेरिया के संचालन व्यवस्थापन आदि के लिए नेशनल वर्कशॉप का आयोजन किया गया इस आयोजन का उद्देश्य महाविद्यालयों को नेक एक रेडिएशन में आने वाली दिक्कतों परेशानियों को दूर करने के लिए उपायों पर चर्चा की जाएगी सही दिशा निर्देश तथा नेक के उद्देश्य को नहीं समझ पाने के कारण महाविद्यालयों को सही रेटिंग नहीं मिल पाती है और विशेष रूप से हमारे क्षेत्र के महाविद्यालय राष्ट्रीय स्तर पर पिछड़ जाते हैं । कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य डॉ टांडे करने नेक के उद्देश्य बताएं तथा महाविद्यालय के नेक ग्रेडिंग को उच्च स्तर पर ले जाने पर जोड़ दिया । महाविद्यालय आइक्यूएसी के संयोजक डॉक्टर केके देवांगन ने आइक्यूएसी के कार्यक्रमों की रूपरेखा प्रस्तुत की कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि स्टेट लेवल आइक्यूएसी के नोडल अधिकारी डॉक्टर जी घनश्याम ने नए के मूल उद्देश्य को समझाते हुए उसकी कार्यप्रणाली पर विस्तार से प्रकाश डाला विशेष अतिथि तथा कार्यक्रम के मुख्य वक्ता दानवीर तुलाराम महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ राजेश पांडे ने क्राइटेरिया प्रथम में किए जाने वाले कार्यों पर विस्तार से मार्गदर्शन दिया कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर श्रीधर थे उन्होंने एजुकेशन को लोकल से ग्लोबल होने पर जोर दिया प्रधानमंत्री मोदी जी की महत्वाकांक्षी नई शिक्षा प्रणाली पर चर्चा करते हुए उन्होंने बताया की भविष्य में अनेक मल्टीनेशनल कंपनी भारत आ रही हैं उन्हें प्रशिक्षित युवाओं की आवश्यकता है विश्वविद्यालयों तथा महाविद्यालयों को भविष्य के लिए 5 करोड़ से अधिक प्रशिक्षित युवा तैयार करने होंगे इस लक्ष्य के लिए उच्च शिक्षा को तैयार रहना है नेक तथा नई शिक्षा नीति का उद्देश्य नौकरी मांगने वाले युवा की बजाए नौकरी देने वाले युवा तैयार करने वाले होना चाहिए कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर माजिद अली ने किया तथा धन्यवाद डॉ त्रिलोक कुमार ने किया कार्यक्रम के लिए सहयोग रजिस्ट्रार श्री दीपक परगनिहा, डॉ प्रमोद महेश डॉक्टर दिव्या देशपांडे डॉ अनीता साहा डॉ डीके वर्मा श्रीमती सुमन बोथरा श्री आशीष मांडले ने किया और तथा बड़ी संख्या में प्राध्यापक तथा स्टाफ उपस्थित थे इस कार्यक्रम का आयोजन ऑफलाइन तथा ऑनलाइन हाइब्रिड मोड में किया गया इसे देशभर के अनेक वहां विद्यालयों में सीधा प्रसारण किया गया अनेक महाविद्यालयों के प्राचार्यों ने अपने स्टाफ के साथ लाइव प्रसारण में भाग लिया ।