दिनांक 27 अप्रैल 2023 ः शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय के हिंदी विभाग में रोजगारी हिंदी पर एक दिवसीय व्याख्यान का आयोजन किया गया। प्राचार्य डाॅ. के. एल. टाण्डेकर के निर्देशानुसार आयोजित इस व्याख्यान में हिंदी पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए रोजगारी दिशा निर्देश करना था। विभागाध्यक्ष डाॅ. शंकर मुनि राय ने व्याख्यान की रूपरेखा तथा उद्देश्य पर प्रकाश डाला और आमंत्रित अतिथि डाॅ. श्रद्धा चंद्राकर और डाॅ. अंजन कुमार का स्वागत डाॅ. बी.एन. जागृत ने किया। व्याख्यान का संचालन डाॅ. प्रवीण साहू ने किया।
व्याख्यान की मुख्य वक्ता डाॅ. श्रद्धा चंद्राकर ने हिंदी के विद्यार्थियों के लिए पत्रकारिता के क्षेत्र में जाने का सुझाव दिया। इस प्रसंग में आपने खोजी पत्रकारिता, ग्रामीण पत्रकारिता और खेल पत्रकारिता का उल्लेख किया और सुझाव दिया कि भाषा की अच्छी जानकारी हो तो इस क्षेत्र में आसानी से रोजगार तलाशे जा सकते हैं। इसी प्रकार वीडियो फिल्म के लिए स्क्रिप्ट राइटिंग तथा फोटो पत्रकारिता के लिए भी सुभाव दिये।
कल्याण महाविद्यालय, भिलाई के प्राध्यापक डाॅ. अंजन कुमार ने विज्ञापन की भाषा पर बोलते हुए कहा कि विज्ञापन लिखना एक महत्वपूण भाषायी कला है। कुछ भी लिखने से पहले विषय और उसने पाठक का मनोविज्ञान समझना आवश्यक है। मीडिया की दुनिया में विज्ञापन का बहुत महतव बढ़ा है। इसके लिए हिंदी सहित स्थानीय भाषाओं के जानकार लोगों के लिए रोजगार के पर्याप्त अवसर उपलब्ध हैं।