राजनांदगांव। शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ के एल टांडेकर के निर्देशन में तथा विभागाध्यक्ष डॉ अंजना ठाकुर के मार्गदर्शन में राजनीति विज्ञान विभाग में वैल्यू एडेड कोर्स के अंतर्गत मानवाधिकार और भारतीय संविधान विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। विषय विशेषज्ञ के रूप में डॉ मल्लिका सुर, विभागाध्यक्ष, राजनीति विज्ञान विभाग, शासकीय महाविद्यालय,अभनपुर रही। उन्होंने व्याख्यान से पहले भारतीय संविधान की प्रस्तावना का पाठन करवाया और भारतीय संविधान एवम मानव अधिकार पर विचार व्यक्त करते हुए कहा कि मानव अधिकार की धारणा काफी पुराने समय से चली आ रही है परंतु वर्तमान समय में द्वितीय विश्व युद्ध के बाद संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना तथा सार्वभौम मानवाधिकार की घोषणा ( 10.12.1948) ने मनवा अधिकार को न केवल सर्वव्यापी बना दिया बल्कि इसके लिए बहुत से अंतर्राष्ट्रीय कानून बनाए गए जिससे लोगो के इन अधिकारो को संरक्षित किया जाए। आगे उन्होंने बताया कि किस तरह भारतीय संविधान मानवाधिकारों को सुरक्षा प्रदान करता है क्योंकि हमारा संविधान केवल अपने देश के नागरिकों के लिए ही मौलिक अधिकार की बात नहीं करता बल्कि वह भारत के बाहर से आए हुए लोगो की बात करता है। इसलिए मानवाधिकार का संरक्षण भारतीय संविधान करता है। कार्यक्रम के दौरान प्राचार्य डॉ के एल टांडेकर ने उपस्थित छात्रों से भारतीय संविधान संबंधित प्रश्न पूछे एवम उन्हें उपहार भी दिए। कार्यक्रम का संचालन प्रो. संजय सप्तर्षि ने किया । धन्यवाद ज्ञापन डॉ राजकुमार बंजारे ने किया। उक्त कार्यक्रम में प्रो हेमंत नंदगौरी सहित स्नातक एवम स्नातकोत्तर स्तर के अनेक विद्यार्थी उपस्थित रहे।